लुधियाना में प्लास्टिक डोर का जानलेवा धंधा, कानून बेबस
पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना में प्लास्टिक डोर की अवैध बिक्री ने नागरिकों के जीवन को गंभीर खतरे में डाल दिया है। यह चिंताजनक स्थिति हमारे समाज की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जानलेवा धंधे का विस्तार
शहर में इन दिनों प्लास्टिक डोर की सरेआम बिक्री से लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। राह चलते लोग, दोपहिया वाहन चालक और बच्चे गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। एक महिला को फुल्लांवाल रोड पर प्लास्टिक डोर से इतनी गंभीर चोट आई कि उसके चेहरे पर 35 और सिर पर 10 टांके लगाने पड़े।
कानूनी व्यवस्था की कमजोरी
पुलिस द्वारा समय-समय पर कार्रवाई के बावजूद, कानूनी खामियों का फायदा उठाकर आरोपी बार-बार बच निकलते हैं। हाल ही में सीआईए-1 पुलिस ने किंगपिन चिंटू को गिरफ्तार किया था, लेकिन मामूली धाराओं में केस दर्ज होने और राजनीतिक सिफारिश के कारण वह जमानत पर छूट गया।
संगठित अपराध का जाल
सूत्रों के अनुसार, प्लास्टिक डोर का सारा माल राजस्थान से आता है। आरोपी दीवाली के समय ट्रांसपोर्टरों के जरिए भारी मात्रा में माल मंगवाकर पूरे पंजाब में सप्लाई करते हैं। लुधियाना में चिंटू और उसके रिश्तेदार इस धंधे को संचालित करते हैं।
समाधान की दिशा
इस समस्या के समाधान के लिए कड़े कानून और प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता है। प्रशासन को राजनीतिक दबावों से ऊपर उठकर जनहित में कार्य करना होगा। यह भारतीय न्याय व्यवस्था की गरिमा और नागरिकों की सुरक्षा का प्रश्न है।
हमारे समाज में अहिंसा और न्याय के मूल्यों को बनाए रखने के लिए ऐसे जानलेवा धंधों पर तत्काल नियंत्रण आवश्यक है।