मध्यप्रदेश: विमानन क्षेत्र में भारत का अग्रणी राज्य बना
भारत के हृदयस्थल मध्यप्रदेश ने विमानन क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश ने न केवल अपनी भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाया है, बल्कि आधुनिक भारत के विकास में एक मिसाल भी कायम की है।
विंध्य क्षेत्र को मिली नई उड़ान
रीवा-दिल्ली विमान सेवा के शुभारंभ के साथ विंध्य क्षेत्र के विकास के नए द्वार खुल गए हैं। यह वही क्षेत्र है जहां कभी रेल सुविधा भी नहीं थी, आज वहां से विमान सेवा शुरू हो रही है। पहले रीवा से दिल्ली की यात्रा में 15 घंटे लगते थे, अब यह दूरी मात्र 2 घंटे में तय होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा कि विंध्य वाले भी अब गर्व से कह सकेंगे कि दिल्ली दूर नहीं है।
सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिकता का संगम
विंध्य क्षेत्र भारत का प्रमुख औद्योगिक और धार्मिक केंद्र है। खनिज संपदा और उद्योगों से समृद्ध यह क्षेत्र माँ शारदा धाम मैहर और चित्रकूट की आस्था से भी जुड़ा है। कार्यक्रम के शुभारंभ में देवतालाब के भोलेनाथ और चित्रकूट के भगवान श्रीराम का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने इसे माँ शारदा भवानी की कृपा बताया।
यह विमान सेवा बांधवगढ़ नेशनल पार्क, पन्ना नेशनल पार्क, खजुराहो और अमरकंटक से भी कनेक्टिविटी बढ़ाएगी। इससे धार्मिक पर्यटन, प्राकृतिक संपदा और औद्योगिक गतिविधियों को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी के विजन का परिणाम
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले साल रीवा एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। बिजली की गति से काम करते हुए आज रीवा-दिल्ली के बीच हवाई सेवा शुरू हो गई है।
विमानन क्षेत्र में मध्यप्रदेश की उपलब्धियां
पिछले 2 वर्षों में रीवा, सतना और दतिया में 3 नए एयरपोर्ट शुरू हुए हैं। इससे पहले 68 वर्षों में केवल 5 एयरपोर्ट विकसित हुए थे। आज प्रदेश में:
- 8 एयरपोर्ट
- 20 हवाई पट्टियां
- 220 हेलीपेड
जल्द ही उज्जैन और शिवपुरी में 2 नए एयरपोर्ट विकसित होने जा रहे हैं।
स्पष्ट विजन के साथ आगे बढ़ता मध्यप्रदेश
राज्य सरकार का स्पष्ट विजन है:
- हर 150 किलोमीटर पर एक वाणिज्यिक हवाई अड्डा
- हर 75 किलोमीटर पर एक हवाई पट्टी
- हर 45 किलोमीटर पर हेलीपेड
मध्यप्रदेश नागरिक विमानन नीति-2025 के तहत यह रीवा-दिल्ली हवाई सेवा अलायंस एयर द्वारा संचालित की जाएगी। रीवा हवाई अड्डा अब 3C-IFR श्रेणी में शामिल है, जिससे रात्रिकालीन विमान संचालन भी संभव हो सकेगा।
चिकित्सा सेवा में भी नई क्रांति
प्रदेश में हेलीकॉप्टर सेवा का चिकित्सा और पर्यटन के लिए विस्तार किया जा रहा है। पीएमश्री एयर एम्बुलेंस सेवा जैसी अभिनव पहल ने आपातकालीन चिकित्सा सहायता में नई मिसाल कायम की है। यह दूरस्थ क्षेत्रों के नागरिकों के लिए वरदान है।
यह विकास न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि विंध्य क्षेत्र के औद्योगिक, धार्मिक और आर्थिक विकास को भी नई गति प्रदान करेगा। यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास के बीच एक सुंदर सामंजस्य का उदाहरण है।