16 नवंबर से सूर्य की नीचता होगी समाप्त, इन राशियों की बदलेगी किस्मत
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा, मान-सम्मान और पिता का कारक माना गया है। प्राचीन काल से हमारे ऋषि-मुनियों ने ग्रहों की स्थिति का मानव जीवन पर गहरा प्रभाव देखा है। वर्तमान में सूर्य अपनी नीच राशि तुला में विराजमान हैं, जिससे इनके सकारात्मक प्रभाव में कमी आई है।
16 नवंबर को होगा महत्वपूर्ण परिवर्तन
16 नवंबर से सूर्य अपनी नीचता से मुक्त होकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में पहले से मंगल और बुध विराजमान हैं, जिससे एक शक्तिशाली त्रिग्रही योग का निर्माण होगा। यह संयोजन बुधादित्य और मंगल आदित्य योग भी बनाएगा, जो कई राशियों के जातकों के लिए अत्यंत शुभ सिद्ध हो सकता है।
मेष राशि: अष्टम भाव में सूर्य का प्रवेश
मेष राशि के जातकों के अष्टम भाव में सूर्य का प्रवेश लंबे समय से रुके कार्यों को पूर्ण करने का संकेत देता है। धन लाभ के साथ-साथ संपत्ति या घर खरीदने का सपना साकार हो सकता है। रिसर्च के क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों को विशेष लाभ मिल सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना आवश्यक है।
कर्क राशि: छठे भाव में शुभ प्रभाव
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का वृश्चिक राशि में प्रवेश अत्यंत लाभकारी है। छठे भाव में सूर्य की स्थिति से प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। सरकारी नौकरी में कार्यरत व्यक्तियों को बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकती है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने वाले जातकों को भी विशेष लाभ होगा।
वृश्चिक राशि: गुरु के कारण विशेष लाभ
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह समय विशेष रूप से शुभ है। यद्यपि शनि की ढैया चल रही है, परंतु गुरु के सकारात्मक प्रभाव से भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। व्यापार में लाभ के साथ-साथ गृहस्थ जीवन में शांति का वातावरण बनेगा।
नवंबर माह में विशेष योग
नवंबर माह में हंस राजयोग, नवपंचम राजयोग, रुचक और विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है। ये योग सभी 12 राशियों पर अपना प्रभाव डालेंगे। 17 वर्षों बाद सूर्य-यम का पंचांक योग बन रहा है, जो करियर में तरक्की के अवसर लेकर आएगा।
सलाह: ज्योतिष शास्त्र हमारे प्राचीन ज्ञान का अमूल्य हिस्सा है। इसका उपयोग जीवन में सकारात्मक दिशा पाने के लिए करें, परंतु कर्म की महत्ता को कभी न भूलें।