चंदौली में PET परीक्षा केंद्र विवाद: छात्रों और अभिभावकों का आक्रोश
चंदौली में PET परीक्षा केंद्र न बनाए जाने से छात्र-अभिभावक आक्रोशित। शिक्षा व्यवस्था और रोजगार नीतियों पर उठे सवाल। आर्थिक बोझ से परेशान परिवारों ने जताई नाराजगी।

चंदौली में PET परीक्षा केंद्र विवाद पर प्रदर्शन करते छात्र और अभिभावक
चंदौली में प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) केंद्र नहीं बनाए जाने से छात्रों और अभिभावकों में भारी आक्रोश है। यह स्थिति उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रक्रियाओं को लेकर बढ़ते असंतोष का एक और उदाहरण है।
परीक्षा व्यवस्था पर सवाल
अभिभावकों का कहना है कि सरकार 'एक देश, एक चुनाव' की बात करती है, लेकिन शैक्षणिक योग्यता के आधार पर नियुक्तियों में एकरूपता नहीं अपनाती। यह स्थिति बिहार जैसे पड़ोसी राज्यों में भी देखी जा रही है, जहां युवाओं में रोजगार को लेकर असंतोष है।
आर्थिक बोझ की समस्या
छात्रों के परिवारों पर दोहरा आर्थिक बोझ पड़ रहा है:
- महंगी शिक्षा का खर्च
- प्रतियोगी परीक्षाओं पर होने वाला व्यय
- दूर-दराज के केंद्रों तक यात्रा और ठहरने का खर्च
राजनीतिक प्रतिक्रिया
अभिभावकों ने आगामी चुनावों में अपनी नाराजगी जताने का संकेत दिया है। उनका कहना है कि जो सरकार युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार अवसर नहीं देती, वह उनके वोट की हकदार नहीं है।
समाधान की आवश्यकता
इस स्थिति ने शिक्षा प्रणाली और रोजगार नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार को युवाओं की समस्याओं पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।