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वर्ल्ड इकोनॉमिक्स ने गैबॉन को दी 'E' ग्रेड, सरकारी आंकड़ों में हेराफेरी का आरोप

वर्ल्ड इकोनॉमिक्स ने गैबॉन को सबसे निम्न 'E' ग्रेड देते हुए सरकारी आंकड़ों में हेराफेरी का आरोप लगाया है। देश 165 देशों की सूची में 152वें स्थान पर है।

Par आदित्य वर्मा
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गैबॉन में सरकारी आंकड़ों की विश्वसनीयता पर सवाल

गैबॉन के राष्ट्रपति ब्राइस ओलिगुई नगुएमा की सरकार पर अपारदर्शी शासन का आरोप

विश्व की प्रमुख आर्थिक रेटिंग एजेंसी वर्ल्ड इकोनॉमिक्स ने गैबॉन की सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए देश को अपनी 2025 की रैंकिंग में सबसे निचला 'E' ग्रेड दिया है। यह ग्रेड अत्यंत खराब सांख्यिकीय गुणवत्ता और अपारदर्शी शासन का संकेत है।

सरकारी आंकड़ों में व्यापक हेराफेरी के प्रमाण

40.5 के स्कोर के साथ गैबॉन 165 देशों में 152वें स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार इसके मुख्य कारण हैं:

  • पुराना आधार वर्ष - आर्थिक गणना पुरानी संरचना पर आधारित
  • अप्रचलित SNA ढांचा - राष्ट्रीय लेखांकन की पुरानी प्रणाली का प्रयोग
  • अनौपचारिक अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा (लगभग 47% GDP)
  • कमजोर सांख्यिकीय संसाधन
  • सरकारी आंकड़ों में संदिग्ध हेराफेरी

ब्राइस ओलिगुई नगुएमा के शासन पर सवाल

वर्तमान राष्ट्रपति ब्राइस ओलिगुई नगुएमा के नेतृत्व में गैबॉन की सरकार पर अपारदर्शी शासन का आरोप है। विश्व बैंक के शासन संकेतक भी इस स्थिति की पुष्टि करते हैं:

  • सरकारी प्रभावशीलता: −0.78
  • नियामक गुणवत्ता: −0.70
  • कानून का शासन: −0.87
  • भ्रष्टाचार नियंत्रण: −1.02

आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव

फिच ने गैबॉन को CCC रेटिंग दी है, जो निवेश श्रेणी से काफी नीचे है। यह स्थिति देश की आर्थिक विश्वसनीयता और विकास संभावनाओं को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है।

आदित्य वर्मा

आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।