एनएसई पर रोजाना 17 करोड़ साइबर हमले, कैसे होता है मुकाबला?
भारत का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज एनएसई प्रतिदिन 17 करोड़ साइबर हमलों का सामना करता है। विशेष साइबर सुरक्षा टीम 24x7 तैनात रहती है।
मुंबई - भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज एनएसई को प्रतिदिन औसतन 17 करोड़ साइबर हमलों का सामना करना पड़ता है। इन हमलों से निपटने के लिए एक्सचेंज में 'साइबर योद्धाओं' की विशेष टीम 24x7 तैनात रहती है।
साइबर सुरक्षा की चुनौतियां
जैसे वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा चुनौतियां बढ़ रही हैं, एनएसई ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है। एक्सचेंज के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान एक दिन में सर्वाधिक 40 करोड़ साइबर हमलों का सामना करना पड़ा।
सुरक्षा उपाय और प्रणालियां
एनएसई ने उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ई-मेल और बाहरी डेटा की सुरक्षा
- डीडीओएस हमलों से बचाव
- वीएपीटी (भेद्यता मूल्यांकन और प्रवेश परीक्षण)
- स्वचालित अलर्ट सिस्टम
बैकअप और आपातकालीन प्रणाली
एनएसई के पास चेन्नई में एक मजबूत बैकअप सिस्टम है, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल सक्रिय हो सकता है। यह सिस्टम स्वचालित रूप से दोषों को ठीक कर सकता है और न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।
भविष्य की चुनौतियां
बढ़ते वैश्विक अंतर्संबंधों और प्रणाली की जटिलता के कारण साइबर हमलों का जोखिम लगातार बढ़ रहा है। एनएसई इन चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार अपनी क्षमताओं को बढ़ा रही है।
आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।