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तालिबान मंत्री की दिल्ली प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों पर प्रतिबंध

नई दिल्ली में अफगान विदेश मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस से महिला पत्रकारों को किया गया बाहर, सोशल मीडिया पर उठे विरोध के स्वर।

Par आदित्य वर्मा
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Image d'illustration pour: Amir Khan Muttaqi: दिल्ली में अफगानी विदेश मंत्री के प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों की एंट्री बैन, नाराज लोगों को सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस का दृश्य

अफगान विदेश मंत्री की भारत यात्रा में विवादास्पद कदम

नई दिल्ली में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक विवादास्पद घटना सामने आई, जहां महिला पत्रकारों को कार्यक्रम में शामिल होने से रोक दिया गया। भारत की कूटनीतिक गतिविधियों में यह एक असामान्य घटना है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस की विशेषताएं

  • कुल 20 पत्रकार उपस्थित रहे
  • एक भी महिला पत्रकार को प्रवेश नहीं दिया गया
  • तालिबान अधिकारियों द्वारा प्रतिबंध लगाया गया

सार्वजनिक प्रतिक्रिया

इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक प्रतिक्रिया उत्पन्न की। जैसा कि महिला अधिकारों के मुद्दों पर अक्सर देखा जाता है, लोगों ने इस कदम की कड़ी आलोचना की।

अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के जनसूचना विभाग के प्रमुख हाफिज जिया सलाम द्वारा साझा की गई तस्वीरों में महिला पत्रकारों की अनुपस्थिति स्पष्ट थी।

कूटनीतिक प्रभाव

यह घटना भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों और तालिबान शासन की विचारधारा के बीच स्पष्ट अंतर को दर्शाती है। यह प्रेस स्वतंत्रता और लैंगिक समानता के मुद्दों को भी उजागर करती है।

आदित्य वर्मा

आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।