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रिटेल महंगाई दर अगस्त में 2.2% तक बढ़ने की आशंका

अगस्त 2025 में भारत की रिटेल महंगाई दर 2.2% तक पहुंचने की संभावना, खाद्य कीमतों में वृद्धि मुख्य कारण। RBI की नीतिगत चुनौतियां बढ़ीं।

Par आदित्य वर्मा
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Image d'illustration pour: अगस्त में रिटेल महंगाई बढ़ने के आसार, क्यों बढ़ी RBI की टेंशन? - Lalluram

भारतीय रिजर्व बैंक मुख्यालय में आर्थिक नीति समीक्षा बैठक

खाद्य कीमतों में वृद्धि से महंगाई दर में संभावित बढ़ोतरी

भारत की रिटेल महंगाई दर (CPI) अगस्त 2025 में जुलाई के 1.55% से बढ़कर लगभग 2.2% तक पहुंच सकती है। यह वृद्धि मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की कीमतों में आई मामूली बढ़ोतरी के कारण है। जैसा कि आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है, यह स्थिति देश की आर्थिक नीतियों को प्रभावित कर सकती है।

RBI की चिंताएं और नीतिगत प्रभाव

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का लक्ष्य महंगाई को 4% ± 2% की सीमा में रखने का है। हालांकि, आर्थिक विकास को बनाए रखने के लिए वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई अनुमान को 3.7% से घटाकर 3.1% कर दिया गया है।

महंगाई का प्रभाव और कारण

खाद्य पदार्थ महंगाई की टोकरी का लगभग 50% हिस्सा होते हैं। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में आने वाली चुनौतियां और घरेलू मांग में वृद्धि से कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है।

CPI का महत्व और आकलन

कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आम नागरिकों के दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाली वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों को मापता है। यह सूचकांक आम आदमी की क्रय शक्ति का सीधा संकेतक है।

आगे की राह

आज शाम जारी होने वाले आंकड़ों से आर्थिक नीतियों की दिशा तय होगी। महंगाई दर 2.2% से अधिक होने पर मौद्रिक नीति में संभावित बदलाव की चर्चा तेज हो सकती है।

आदित्य वर्मा

आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।