वाराणसी: चंद्रग्रहण के कारण दोपहर में होगी मां गंगा की आरती
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर चंद्रग्रहण के कारण मां गंगा की आरती का समय परिवर्तित कर दोपहर 12 बजे किया गया है। 34 वर्षों में यह पांचवीं बार है।

वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की विशेष आरती का आयोजन
वाराणसी में एक अनूठी परंपरा का पालन होने जा रहा है। चंद्रग्रहण के कारण प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की नियमित शाम की आरती इस बार दोपहर 12 बजे आयोजित की जाएगी। यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति समर्पण का एक उदाहरण है।
सूतक काल का प्रभाव
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र के अनुसार, सूतक काल रविवार दोपहर 12:57 से प्रारंभ हो रहा है। धार्मिक परंपराओं का सम्मान करते हुए आरती का समय परिवर्तित किया गया है।
ऐतिहासिक महत्व
यह 34 वर्षों में पांचवीं बार है जब दिन के समय आरती का आयोजन किया जा रहा है। पिछले अवसरों में 2017, 2018, 2019 और 2023 में भी चंद्रग्रहण के कारण दिन में आरती की गई थी।
वर्तमान परिस्थितियां
गंगा नदी के बढ़े जलस्तर के कारण आरती का आयोजन छत पर किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।
"हमने यह सुनिश्चित किया है कि आरती की गरिमा और भक्ति भाव बरकरार रहे। यह हमारी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है," - सुशांत मिश्र, अध्यक्ष, गंगा सेवा निधि
आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।