अदाणी पावर को धीरौली कोयला खदान परिचालन की मंजूरी मिली
अदाणी पावर को मध्य प्रदेश की धीरौली कोयला खदान में परिचालन शुरू करने की मंजूरी मिली है। यह खदान 6.5 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ देश की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान करेगी।

मध्य प्रदेश के सिंगरौली में स्थित धीरौली कोयला खदान का दृश्य
अहमदाबाद, 2 सितंबर - देश की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर उत्पादक कंपनी अदाणी पावर लिमिटेड को मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित धीरौली कोयला खदान में परिचालन शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। यह कदम कंपनी की ईंधन सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
खदान की क्षमता और महत्व
धीरौली खदान, जिसका स्वामित्व अदाणी पावर की सहायक कंपनी महान एनर्जेन लिमिटेड के पास है, की वार्षिक उत्पादन क्षमता 6.5 मिलियन टन है। इसमें से 5 मिलियन टन ओपन-कास्ट खनन से और शेष भूमिगत परिचालन से प्राप्त होगा। जैसे राष्ट्रीय विकास में ऊर्जा क्षेत्र का योगदान महत्वपूर्ण है, वैसे ही यह परियोजना भी देश की ऊर्जा सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगी।
दीर्घकालिक योजना और पर्यावरण संरक्षण
कंपनी के पास इस ब्लॉक के लिए 30 साल का खनन पट्टा है, जो भारतीय उद्योग के विकास में योगदान करेगा। खदान में 558 मिलियन टन से अधिक का भंडार है, जो दशकों तक ईंधन सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
पर्यावरण अनुकूल प्रक्रियाएं
कंपनी ने विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाते हुए कोयले की धुलाई और प्रसंस्करण खदान क्षेत्र के भीतर ही करने की योजना बनाई है, जिससे उत्सर्जन को न्यूनतम रखा जा सकेगा।
"धीरौली में खनन शुरू होना, आत्मनिर्भरता और सतत विकास की ओर अदाणी पावर की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है," - एसबी ख्यालिया, सीईओ, अदाणी पावर
आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।