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भारत की खुदरा महंगाई दर 8 वर्षों के निचले स्तर पर पहुंची

भारत की खुदरा महंगाई जुलाई में घटकर 1.55% पर पहुंची, जो 8 वर्षों का सबसे निचला स्तर है। खाद्य कीमतों में कमी इसका प्रमुख कारण है।

Par आदित्य वर्मा
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Image d'illustration pour: भारत में खुदरा महंगाई जुलाई में कम होकर आठ वर्षों के निचले स्तर 1.55 प्रतिशत पर रही

भारत की खुदरा महंगाई दर में ऐतिहासिक गिरावट का ग्राफिकल प्रदर्शन

खुदरा महंगाई में आई ऐतिहासिक गिरावट

नई दिल्ली। भारत की खुदरा महंगाई दर जुलाई में घटकर 1.55 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो पिछले 8 वर्षों का सबसे निचला स्तर है। यह गिरावट मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी के कारण आई है। आर्थिक नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन से महंगाई पर नियंत्रण देखा जा रहा है।

प्रमुख कारण और आंकड़े

  • खाद्य महंगाई दर: -1.76 प्रतिशत
  • जून में महंगाई दर: 2.1 प्रतिशत
  • परिवहन और शिक्षा लागत में कमी
  • हाउसिंग महंगाई में मामूली गिरावट

आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, सरकार की नीतिगत पहल और मजबूत आर्थिक प्रबंधन से यह सकारात्मक परिणाम सामने आया है।

भविष्य का परिदृश्य

आरबीआई के अनुमान के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 में खुदरा महंगाई दर 3.1 प्रतिशत रहने की संभावना है। आर्थिक विकास को बनाए रखने के लिए यह एक महत्वपूर्ण संकेतक है।

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा के अनुसार, "मानसून की स्थिर प्रगति, अच्छी खरीफ बुवाई और पर्याप्त जलाशय स्तर ने महंगाई नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"

आदित्य वर्मा

आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।