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चुनाव आयोग ने बिहार मतदाता सूची विवाद पर राजद के आरोपों को किया खारिज

चुनाव आयोग ने बिहार मतदाता सूची विवाद पर राजद के आरोपों को खारिज करते हुए प्रक्रिया की पारदर्शिता पर जोर दिया। विपक्षी दलों ने किया विरोध प्रदर्शन।

Par आदित्य वर्मा
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Image d'illustration pour: बिहार एसआईआर: चुनाव आयोग ने राजद के आरोपों को बताया गलत

चुनाव आयोग मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करते विपक्षी दलों के नेता

नई दिल्ली, 11 अगस्त - भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने बिहार में मतदाता सूची को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के आरोपों को गलत करार देते हुए खारिज कर दिया है।

मतदाता सूची में पारदर्शिता का दावा

चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर स्पष्ट किया कि शुद्ध मतदाता सूची लोकतंत्र की मजबूती का आधार है। आयोग ने बिहार में मतदाता सूची के मसौदे के संबंध में सभी राजनीतिक दलों के साथ विस्तृत परामर्श का विवरण साझा किया।

विशेष गहन पुनरीक्षण पर विवाद

बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर राजद ने गंभीर आरोप लगाए थे। हालांकि, चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया की वैधता को प्रमाणित करते हुए कांग्रेस, राजद और वामपंथी दलों के प्रतिनिधियों के प्रशंसापत्र वाले वीडियो भी जारी किए।

विपक्ष का विरोध प्रदर्शन

कांग्रेस और विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से संसद भवन से चुनाव आयोग मुख्यालय तक मार्च किया। राहुल गांधी ने कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र, संविधान और मतदान के अधिकार की रक्षा के लिए है।

"यह कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का प्रश्न है।" - राहुल गांधी

आदित्य वर्मा

आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।