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शिबू सोरेन के निधन पर राष्ट्रपति मुर्मू ने जताई गहरी संवेदना

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और आदिवासी नेता शिबू सोरेन का 79 वर्ष की आयु में निधन। राष्ट्रपति मुर्मू ने उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।

Par आदित्य वर्मा
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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का फाइल फोटो

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और आदिवासी नेता का 79 वर्ष की आयु में निधन

नई दिल्ली में सर गंगाराम अस्पताल में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक और झारखंड आंदोलन के प्रणेता शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

"शिबू सोरेन का निधन सामाजिक न्याय के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है। उन्होंने आदिवासी अस्मिता और झारखंड राज्य के निर्माण के लिए संघर्ष किया," - राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

एक जीवन समर्पित आदिवासी अधिकारों के लिए

शिबू सोरेन का जन्म बिहार के हजारीबाग में 11 जनवरी 1944 को हुआ था। 'गुरुजी' के नाम से प्रसिद्ध सोरेन ने आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया।

राजनीतिक यात्रा और योगदान

बिहार से अलग झारखंड राज्य के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने और केंद्रीय मंत्री भी रहे।

विरासत और प्रभाव

शिबू सोरेन की विरासत को आगे बढ़ाते हुए उनके पुत्र हेमंत सोरेन वर्तमान में झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा कर रहे हैं। उनका योगदान आदिवासी समुदाय के उत्थान और सामाजिक न्याय के लिए सदैव याद किया जाएगा।

आदित्य वर्मा

आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।