आत्मनिर्भर बैंकिंग की ओर: इंडियन बैंक का ₹5,000 करोड़ का महत्वाकांक्षी कदम
इंडियन बैंक ने ₹5,000 करोड़ की पूंजी जुटाने की योजना को मंजूरी दी है। साथ ही, बैंक स्वदेशी यूपीआई प्लेटफॉर्म 'इंड-यूपीआई' के विकास के साथ डिजिटल भुगतान क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर है।

इंडियन बैंक का मुख्यालय, चेन्नई - आत्मनिर्भर बैंकिंग की नई दिशा
राष्ट्रीय बैंकिंग क्षेत्र में नया मील का पत्थर
चेन्नई स्थित सार्वजनिक क्षेत्र का प्रमुख वित्तीय संस्थान इंडियन बैंक ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। बैंक के निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में ₹5,000 करोड़ की पूंजी जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी है।
मजबूत वित्तीय स्थिति का प्रदर्शन
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विनोद कुमार ने बताया कि बैंक की वर्तमान वित्तीय स्थिति बेहद मजबूत है। अप्रैल-जून 2025 तिमाही में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 17.80 प्रतिशत रहा, जो नियामकीय आवश्यकताओं से काफी ऊपर है।
"हमारी वर्तमान पूंजी स्थिति मजबूत है, और तत्काल अतिरिक्त पूंजी की आवश्यकता नहीं है।" - श्री विनोद कुमार
डिजिटल भुगतान में आत्मनिर्भरता की पहल
बैंक एक महत्वाकांक्षी कदम उठाते हुए अपना स्वयं का यूपीआई प्लेटफॉर्म 'इंड-यूपीआई' विकसित कर रहा है। यह कदम न केवल बैंक को प्रतिवर्ष लगभग ₹150 करोड़ की बचत करने में सक्षम बनाएगा, बल्कि डिजिटल भुगतान क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी होगा।
भविष्य की योजना
वर्तमान में यह ऐप बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा परीक्षण के अधीन है। एनपीसीआई से आवश्यक अनुमोदन प्राप्त होते ही इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।
आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।