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बांग्लादेश द्वारा अडानी पावर को 384 मिलियन डॉलर का भुगतान: भारत-बांग्लादेश ऊर्जा सहयोग में महत्वपूर्ण कदम

बांग्लादेश ने अडानी पावर को 384 मिलियन डॉलर का भुगतान कर भारत के साथ ऊर्जा साझेदारी में नया अध्याय जोड़ा है। यह भुगतान द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों में विश्वास बहाली का प्रतीक है।

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बांग्लादेश द्वारा अडानी पावर को 384 मिलियन डॉलर का भुगतान: भारत-बांग्लादेश ऊर्जा सहयोग में महत्वपूर्ण कदम

भारत-बांग्लादेश ऊर्जा सहयोग का प्रतीक - अडानी पावर का गोड्डा थर्मल पावर प्लांट

बांग्लादेश और भारत के बीच ऊर्जा साझेदारी में नया अध्याय

बांग्लादेश ने जून 2025 में भारतीय कंपनी अडानी पावर को पावर सप्लाई एग्रीमेंट के तहत 384 मिलियन डॉलर का भुगतान किया है। यह कदम दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में विश्वास बहाली का प्रतीक है।

प्रमुख विकास

  • कुल 437 मिलियन डॉलर में से 384 मिलियन डॉलर का भुगतान किया गया
  • 31 मार्च तक की सभी स्वीकृत देनदारियां समाप्त
  • शेष बकाया लगभग 500 मिलियन डॉलर

द्विपक्षीय ऊर्जा सहयोग का महत्व

भारत और बांग्लादेश के बीच ऊर्जा सहयोग क्षेत्रीय स्थिरता और विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ है। अडानी पावर के साथ-साथ एनटीपीसी और पीटीसी इंडिया जैसी भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भी बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति कर रही हैं।

चुनौतियों का सामना

वैश्विक परिस्थितियों, विशेषकर रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बांग्लादेश को आयात लागत में वृद्धि का सामना करना पड़ा। देश में डॉलर की कमी और राजनीतिक परिवर्तन ने भी चुनौतियां पैदा कीं।

सकारात्मक पहल

अडानी पावर ने सद्भावना दिखाते हुए जनवरी से जून 2025 तक के लगभग 20 मिलियन डॉलर के विलंब भुगतान शुल्क को माफ करने की पेशकश की है। यह कदम द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों में विश्वास को मजबूत करेगा।

भविष्य की राह

दोनों देश कोयले की लागत और बिजली संयंत्र क्षमता जैसे तकनीकी मुद्दों पर सकारात्मक वार्ता कर रहे हैं। यह सहयोग क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।