आत्मनिर्भर भारत की नई उड़ान: बरेका का 2500वां स्वदेशी विद्युत इंजन राष्ट्र को समर्पित
बनारस रेल इंजन कारखाना ने 2500वें विद्युत रेल इंजन के निर्माण के साथ एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें महिला कर्मचारियों की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय है।

बरेका में निर्मित 2500वां विद्युत रेल इंजन WAP-7, भारतीय रेल की तकनीकी प्रगति का प्रतीक
राष्ट्रीय तकनीकी उत्कृष्टता का नया अध्याय
बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) ने भारतीय रेल के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ते हुए अपने 2500वें विद्युत रेल इंजन का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया। यह उपलब्धि आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
नारी शक्ति का प्रतीक
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि में महिला फिटर श्रीमती अनिता देवी और सहायक श्रीमती श्रुति श्रीवास्तव का योगदान, भारतीय उद्योग में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया है।
तकनीकी विशेषताएं और क्षमताएं
- श्रेणी: WAP-7
- शक्ति: 6000 एचपी
- गति: 140 किमी/घंटा
- विशेष सुविधाएं: वातानुकूलित कैब, रियल-टाइम मॉनिटरिंग, रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग
वैश्विक मान्यता और निर्यात
बरेका की तकनीकी क्षमताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। मोजाम्बिक रेलवे से प्राप्त 10 आधुनिक डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का ऑर्डर इस बात का प्रमाण है।
यह उपलब्धि न केवल भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि विश्व स्तर पर भारतीय इंजीनियरिंग क्षमताओं की स्वीकृति भी है।
विकास की गाथा
मात्र 8 वर्षों में 2500 विद्युत इंजनों का निर्माण बरेका की कार्यकुशलता और समर्पण का प्रमाण है। कुल 10,822 रेल इंजनों का निर्माण, जिसमें विभिन्न श्रेणियों के इंजन शामिल हैं, भारत की औद्योगिक क्षमता का प्रतीक है।
आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।