छत्तीसगढ़ का अंजोर विजन 2047: राष्ट्रीय विकास में एक नया अध्याय
छत्तीसगढ़ ने गुजरात के बाद देश का दूसरा विजन डॉक्यूमेंट 2047 तैयार किया है, जो आर्थिक विकास और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। यह दस्तावेज़ राज्य के समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।

छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047 दस्तावेज़ का विमोचन समारोह
राष्ट्रीय विकास की नई दिशा में छत्तीसगढ़ का अग्रणी कदम
भारत की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित करते हुए, छत्तीसगढ़ ने गुजरात के बाद देश का दूसरा विजन डॉक्यूमेंट 2047 तैयार किया है। यह दस्तावेज़ न केवल आर्थिक विकास, बल्कि सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का भी एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
समावेशी विकास का मॉडल
विजन डॉक्यूमेंट की विशेषता यह है कि इसमें विभिन्न वर्गों के लोगों की राय और विशेषज्ञों के सुझावों को समाहित किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्त एवं योजना मंत्री ओपी चौधरी के मार्गदर्शन में तैयार किए गए इस दस्तावेज़ में पंचवर्षीय लक्ष्यों का स्पष्ट रोडमैप दिया गया है।
सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण
दस्तावेज़ में बस्तर के आदिवासी समुदाय की आर्थिक स्वतंत्रता और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। यह एक ऐसा मॉडल प्रस्तुत करता है जो विकास के साथ-साथ परंपराओं को भी सहेजता है।
राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता
17 जुलाई को नवा रायपुर में होने वाले विमोचन समारोह में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के बेरी और सीईओ बीवीआर सुब्रमणियम की उपस्थिति इस पहल की राष्ट्रीय महत्ता को दर्शाती है।
आदित्य वर्मा
आदित्य वर्मा एक समर्पित पत्रकार हैं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत, समसामयिक घटनाओं और नैतिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। उनकी लेखनी शांति, एकता और न्याय जैसे मूल्यों को उजागर करती है, और सम्राट अशोक की प्रेरणा से आत्मिक गहराई पाती है।